अब फिल्मी पर्दे पर उतरेगी ढोलकल की रहस्यमयी कथा
मुख्य भूमिका में नीरज उके और सपना टेकाम नजर आएंगे

रायपुर. छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा की पहाड़ियों में बसी एक हजार साल पुरानी गणेश प्रतिमा ढोलकल गणेश अब बड़े परदे पर नजर आएगी। इस रहस्यमयी और पौराणिक स्थल पर एक फीचर फिल्म ‘ढोलकल’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है, जिसे Om Gange Films ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म का निर्देशक हिमांशु वर्मा हैं। मुख्य भूमिका में नीरज उके और सपना टेकाम नजर आएंगे। जल्द ही फिल्म का फर्स्ट लुक जारी किया जाएगा और रिलीज डेट की घोषणा की जाएगी।
पौराणिकता से रोमांच तक
ढोलकल की पहाड़ी लगभग 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां भगवान गणेश की एकल शिला से निर्मित मूर्ति विराजमान है। जनश्रुति है कि यहीं भगवान परशुराम और गणेश के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें गणेश का एक दांत टूट गया था। इसी कथा के साथ यह स्थान ‘एकदंत’ की उपाधि का प्रतीक बन गया।
फिल्म का कथानक
फिल्म ढोलकल इसी पौराणिक पृष्ठभूमि को समकालीन नजरिए से जोड़ती है। इसमें यह दिखाया जाएगा कि कैसे एक युवक-युवती इस रहस्यलोक तक पहुंचते हैं और वहां के ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पक्षों से जुड़ते हैं। निर्देशक हिमांशु वर्मा के अनुसार, यह सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं बल्कि हमारी आस्था, प्रकृति और रोमांच से जुड़ी एक जीवंत यात्रा है।
ट्रैकिंग और लोकेशन
ढोलकल तक पहुंचने के लिए करीब 5 किलोमीटर की पहाड़ी चढ़ाई करनी होती है, जो रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है। घने जंगल, झरने और दुर्गम चट्टानों से गुजरते हुए जब कोई इस शिखर पर पहुंचता है, तो वहां विराजमान गणेश प्रतिमा को देखकर श्रद्धा के साथ रोमांच भी महसूस होता है। यह फिल्म न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करेगी, बल्कि इसे देशभर में नई पहचान भी दिला सकती है।