उत्तम तिवारी की अग्नि परीक्षा, गिरती रैंकिंग को संभाल पाएंगे?
लव लेटर और मिस्टर मजनू के बाद अब 9 फरवरी को आ रहे उत्तम
नए चेहरे को लेकर आ रहे, इनिशियल को लेकर टेंशन लाजिमी है
Cinema 36. सीजी फिल्म इंडस्ट्री के टॉप फाइव डायरेक्टर में शुमार उत्तम तिवारी के लिए यह साल चुनौतियां लेकर आया है। पिछले साल लगातार दो फिल्में लागत नहीं निकाल पाईं इससे उनकी रैंकिंग लड़खड़ा गई थी। अब 9 फरवरी को ‘गांव के जीरो सहर मा हीरो’ में वे न्यू फेस को लॉन्च कर रहे हैं। हाल की घटनाओं को देखते हुए नए चेहरे अच्छे कॉन्टेंट के बावजूद नहीं चल पा रहे हैं। ऐसे में उत्तम तिवारी के लिए टेंशन की बात हो सकती है।
मितान 420 से किया था डेब्यू
मितान 420 से डेब्यू करने वाले उत्तम ने 2010 में फिल्म डायरेक्शन में कदम रखा। उनकी पहचान अनुज शर्मा स्टारर राजा छत्तीसगढ़िया 1 से हुई जिसने धमतरी में 50 दिन पूरे किए थे। इस फिल्म को रायपुर में आयोजित एक अवॉर्ड शो में अमोल पालेकर के हाथों बेस्ट मूवी का अवॉर्ड मिला था। इस बीच आई लव यू 1 ने सफलता के झंडे गाड़े लेकिन आई लव यू 2 कोई खास धमाल नहीं मचा पाई। लव लेटर और मिस्टर मजनू लागत निकालने में असफल रही।
ग्रामीण संगीत में अच्छी पकड़
उत्तम ने फिल्मों से पहले सैकड़ों एल्बम किए हैं। जिसमें कमर्शियल से लेकर धार्मिक गीत शामिल हैं। उन्हें बचपन से ही घर में गीत संगीत का माहौल मिला। खैरागढ़ संगीत विश्वविद्याल से संगीत में मास्टर किया है। ग्रामीण संगीत के लिहाज से उनका इंडस्ट्री में कोई सानी नहीं है। यही वजह है कि उनकी फिल्मों में बेजोड़ गीत संगीत रहता है।
जज्बे को दाद देनी होगी
चर्चा है कि मेकर्स अपनी बायोग्राफी को फिल्म के जरिए लाना चाहते हैं। उन्हें बजट की कोई चिंता नहीं थी। इसलिए छत्तीसगढ़ के हिसाब से महंगी फिल्न बना दी। फिल्म का क्या होना है वो तो 9 फरवरी को पता चलना है लेकिन ट्रेड के लोग उत्तम तिवारी के जज्बे की दाद देते नहीं थक रहे हैं। चर्चा है कि जिसे एक्टिंग का ए भी नहीं आता था उनसे 9 रूप में अभिनय करवाकर उत्तम ने कमाल कर दिया है। देखने वाली बात है कि उनके जज्बे को पंख मिल पाते हैं या नहीं। यह फिल्म उन्हें टॉप 5 रैंकिंग में बरकरार रखती है या बाहर, वक्त ही बताएगा।