‘डार्लिंग… 2’ में स्कूल कॉलेज का रोमांस, दिल को छूने वाला म्यूजिक
अमलेश नागेश स्टारर फिल्म में भरपूर मसाला, लेकिन ....
रेटिंग 3.5/5
सिनेमा 36. इस शुक्रवार रिलीज हुई अमलेश नागेश स्टारर डार्लिंग प्यार झुकता नहीं 2 एक रोमांटिक फिल्म है। हालांकि इसका पार्ट 1 से कोई लेना देना नहीं है। साफ सुथरी फिल्म में यह बताया गया है कि एकतरफा प्यार के चलते कितनी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हुई है। लेकिन फिल्म का हीरो किसी को परेशान नहीं करता। वो प्यार करता है लेकिन किसी न किसी वजह से मामला फिट नहीं बैठता।
कहानी देखें तो पढ़ाई में फिसड्डी लवेश (अमलेश) को एक स्कूली छात्रा सोनिया ( दीक्षा जायसवाल) से पहली नजर में ही प्यार हो जाता है। दीक्षा को यह मंजूर नहीं लेकिन लवेश के डेडीकेशन को देखते हुए वह भी उसके प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती है। अमलेश के प्रपोज में कुछ ऐसी बातें होती है कि दीक्षा उसकी जिंदगी से दूर हो जाती। इसके बाद दो और लड़कियां लवेश की जिंदगी में आती है लेकिन बात नहीं बनती। इन सब घटनाओं से आहत लवेश अब गंभीर हो जाता है। जो लड़का स्कूल में फिसड्डी था अब वह कॉलेज में टॉपर बन जाता है। यहां फिर उसकी मुलाकात सोनिया से होती है। दोनों के दिल के फूल फिर से खिलने लगते हैं। इसी बीच कॉलेज की पिकनिक ट्रिप पर लवेश की तस्वीरें रुचि नामक लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में वायरल हो जाती हैं। आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्या लवेश और सोनिया फिर से मिल पाएंगे? इसका जवाब आपको फिल्म में मिलेगा।
गीत संगीत/ सिनेमेटोग्राफी/ एक्शन/ लोकेशन
गीत संगीत के मामले में फिल्म बहुत ही पावर फुल है। जो गाने रिलीज हुए हैं वो तो बंपर हिट हैं ही, जो फिल्म में हैं वो भी बड़े कमाल के हैं। सिद्धार्थ सिंह की सिनेमेटोग्राफी कमाल की है। एक्शन की बात करें तो बाइक स्टंट अच्छे हैं लेकिन आप इसे धूम सीरीज की फिल्म से कंपेयर करेंगे तो निराश होंगे। लोकेशन आंखों को सुकून देते हैं। कहीं कहीं वीएफएक्स का सहारा लिया जा है जो अच्छा लगता है।
स्क्रीन प्ले/ डायरेक्शन/ डायलॉग
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है उसका स्क्रीनप्ले। स्क्रीन प्ले जस्टिफाई नहीं लगता। कई सीन देखने पर सवाल उठता है कि ऐसा क्यों? क्लाइमेक्स में बड़ा कन्फ्यूजन है। पार्ट 3 का सेंस क्लियर नहीं हो पाया है। डायरेक्शन ठीक है। डायलॉग एवरेज हैं।
एक्टिंग
अमलेश स्कूल और कॉलेज दोनों गेटअप में जमे हैं। दीक्षा और शालिनी का अभिनय एवरेज से एक कदम ज्यादा है। ओमी, अमन सागर, अंशुल अवस्थी, सुनील साहू, दिव्या नागदेव, विनायक अग्रवाल, आस्था समेत अन्य आर्टिस्ट ने अच्छा काम किया है।