रतन टाटा ने काम से खुश होकर दिए थे 20 कूपन
टाटा बस सर्विसेज का हुआ था इनाग्रेशन
सिनेमा36. टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा आज हमारे बीच नहीं हैं। वे अपनी लीडरशिप और सादगी के लिए जाने जाते हैं। जो भी उनसे कभी इंटरेक्ट हुआ वो उनका हो गया। ऐसा ही एक एग्जांपल है अभिनेता सुनील तिवारी। मार डरे मया मा समेत दस फिल्मों में अभिनय कर चुके सुनील ने कई एल्बम भी किए हैं। उन्होंने मुंबई में तीन साल बिताए हैं।
सुनील बताते हैं, मुंबई में मॉडलिंग के दौरान मेरी मुलाकात जीत ओबेरॉय जी के जरिए रजित कपूर जी( व्योमकेश बख्शी फेम) से हुई। रजित सर की इवेंट ऑर्गेनाइजर कंपनी है। उनको टाटा बस सर्विस लांचिंग का काम मिला। उनकी टीम का मै भी हिस्सा था।
सुनील कहते हैं, रजित सर इवेंट के सिलसिले में रतन टाटा से मिलने गए। मैं भी उनके साथ था। हमने साथ चाय पी। ऐसा दो तीन बार हुआ। जब काम हो गया तो हम फिर उनसे मिलने गए। वे मेरे काम से इंप्रेस थे। उन्होंने खुश होकर होटल ताज के 20 कूपन दिए। जब मैं रूम लौटा तो रूम मेट्स फ्रेंड हैरान रह गए। उनके हिसाब से एक तो इतने बड़े व्यक्ति से मिलना और उनकी तरफ से ऐसा कोई गिफ्ट। दोनों बातें अहम थीं। आज जब उस दौर को याद करता हूं तो मानों कल की ही बात लगती है। कूपन को मैंने दोस्तों के साथ खर्च किया था।