होली की पिचकारी दसवां और अंतिम भाग
याद रहेगी सिने 36 की होली, हर किसी के लिए यादगार रहेगी बोली
दौशल भांयभांय
पहली बार फुल फ्लैश डायरेक्टर बना हूं
अभी अभी उगा हूं लेकिन तनकर खड़ा हूं
वाजिद तोरखाटी
ओटीटी खेल में हुए फेल
अब फिल्म बना रहे
उन्हें पता नहीं यह काम तो
ऐसा है जैसे कोई रेत से निकाले तेल
एकांगी सकेल
सरकारी स्कूल में टीचर हूं
लोक गीत भी गाती हूं
फिल्मों के लिए बहुत प्रयास किया
पता नहीं उनको क्यों नहीं भाती हूं
बुरेश डोडा वाले
फिल्मों में सख्त हूं
भीतर से हूं नर्म
हर्बल लाइफ का डिस्ट्रीब्यूटर हूं
कर रहा अपना कर्म
संदूक खान
चला था वादा निभाने
अब कहां हूं कोई न जाने
भानेश दर्देवाल
मया के धुन से कुछ नहीं पाया बुन
कान पकड़ने में भलाई है अब
बिना दर्शक सब सुन सुन
ब्यूटी महके
वैसे हूं तो खिलता हुआ गुलाब
और बदन है संगमरमर सा
आई थी एक फिल्म में
उसी के साथ बंद हुई अभिनय की किताब
ठंडाई दास
नाम में है इतनी शीतलता कि क्या कहें
मेरी आवाज ही पहचान है दोस्तों
पर्दे पर दिखता कोई और, आवाज मेरी रहे
चक्रम अग्रदूत
इतिहास रचने आया था, बन गया इतिहास
रील और रियल दोनों में काट रहा कारावास
अमीन खुल्ला
सोशल मीडिया पर गाता हूं कभी कभी
और
कभी कभी काम भी कर लेता हूं
अनिता बैन
कॉस्ट्यूम डिजाइनर हूं
शांत हूं, सहज हूं
हसबैंड का सुरक्षा कवच हूं
सकूल माहरभार
खुश हूं, जो काम मिलता है कर लेता हूं
दूरदर्शन के नाम से जिसने किया घोटाला
उसे सार्वजनिक कर सकता हूं
फोरन काजू और दूध
इतना काम कर चुका, अब तो मेरे सिखाए हुए बन गए हैं नामी
प्रोफेशन हो या अपनी लाइफ, नहीं देखी कभी नाकामी
मृणाली वाहरे
मुझे नहीं किसी सहारे की जरूरत
अपनी किस्मत गढ़ती हूं
नहीं चली फिल्म तो क्या हुआ
नेक्स्ट की तर्ज पर आगे बढ़ती हूं
रंगीता प्रसाद
बहन भाभी छोड़ मां का रोल कर रही
जो मिल जाए करते रहो, बात मेरी फिर वही
नवाबी खान
उन्होंने उतार दी थी उनकी फिल्म छह दिन में
मैं तो हर बार चार हफ्ते चलाने का माद्दा रखता हूं
पब्लिक भी आएगी मेरी फिल्म देखने
ऐसा पावरफुल मैनेजमेंट रखता हूं
कर रहा हूं इस बार भी तैयारी जी भर के
लोग आएंगे मेरी फिल्म रिक्शे में भर भर के
वीना माखुर
मुझे रोल मिलते रहे खुश थी
बिटिया बन रही लीड तो बहुत खुश हूं
करेला नैन
मां के रोल में आती थी
लेकिन कुछ नई अभिनेत्रियों ने पत्ता साफ कर दिया है
विजय खपाटी
जिंदगी ऐसी हो गई जैसे खिचड़ी
कई महीनों तक इंडस्ट्री मुझसे बिछड़ी
मैं कहां था क्या बताऊं दोस्तो
यह समझो कि लम्बी छुट्टी पर गया था
तानसेन वरुण
ऑल राउंडर हूं। एक पंथ कई काज है
जब तक इंडस्ट्री, अपना राज है
हवन खाटेड़
जब पवन की चली पुरवाई
हमने भी किस्मत आजमाई
हॉरर ने कहीं का न छोड़ा तो
दुल्हन उही जउन पिया मन भाए बनाई
दोनों का हश्र हुआ ऐसा कि
इंडस्ट्री से ही दूरियां बनाई
भोनू बिकास बोहनी
नोनी के अनहोनी का लिया पब्लिसिटी का काम, उसका ऐसा हुआ काम तमाम
कि मेकर्स बोले मैंने ठीक से नहीं कि पब्लिसिटी
फिल्म के साथ साथ अपनी भी तो इज्जत पिटी
जॉकी दासबनानी
कबड्डी खेलने निकला था
अभी भी सिहर रहा हूं चोट में
इससे पहले भी भर चुका हूं
25 लाख का जुर्माना कोर्ट में
भिनोद भोंगरे
संबंध पर करो काम
एक दिन वही आते हैं काम
पता नहीं कहां से कहां लगा दे आपका काम
पास्ता ख्याल
गोदल्ला भाटा थी मैं
पता नहीं किसने किसने काटा
जितनी भी कर लो मेहनत
मिलता वही है, जो होगा हिस्सा बांटा
इति बुमरे
फिल्मों से थी मेरी बहुत दूरी
एमसीबी 2 ने इच्छा की पूरी
सुभाषना कईसनेव
शूटिंग में खाली टाइम पर गेम खेलती थी
बीए फाइनल में मेरे साथ गेम हो गया
अग्निवेश पगलवाल
जहरीला नाग हूं मैं
सबको डसना मेरी फितरत
मुझसे दूर ही रहो
बचाओ अपनी एनर्जी
बंजर जमीन का भाग हूं मैं