मंतोष फुर्रे
एल्बम से खड़ा किया एंटायर
अब फिल्म में लगा रहे पैसे
इनको पता है कि रिकवरी करनी है कैसे
मिष्टी गनागन
फिल्म से हुईं बाहर
क्योंकि
प्रेम और समर्पण कहीं और था
मितेश पहरी
हर फिल्मों में निकालते हैं काल दोष
कई घोषणाएं की फिल्मों की
पर सभी अधूरी रही
उन्हें नहीं इस बात का अफसोस
पैलेश तांडे
बिलासपुर का हूं, वहीं छपता हूं। रायपुर वालों से दूर हूं, कुछ तो बात है, जिसकी वजह से मजबूर हूं
सुनसुन नैन
छोटी उम्र में ले रही हैं अनुभव बड़े
शूटिंग में बिता देती हैं पूरा दिन खड़े खड़े
करना है कुछ ऐसा काम
कि पापा की तरह बन जाए नाम
हनुतमा हरहर
काम आसानी से मिल जाता है
क्योंकि सेट पर कोई न कोई फीमेल चाहिए ही
हृदय कृष्ण
अधूरे प्रोजेक्ट, पूरा व्यक्ति
फेसबुक पर डालता रहता है अपनी अभिव्यक्ति
साधु साधु
प्रणव झा की हर फिल्म में आते हैं ज्यादा
इंस्टा पर फॉलोअर्स 50 हजार से ज्यादा
एक्टिंग में खुद का अंदाज किया है डेवलप
कभी न कभी जरूर खुलेगा किस्मत का इनवलप
निव्या भवेभवे
इनको लेलो फिल्म में
एसआरके में फिल्म
बिकने की गारंटी देती हैं
खेमलाल चौसल
मंच का बंदा हूं
जीवन बीत जाएगा
फिल्मों को बहुत कुछ दिया
लेकिन डायरेक्टरो ने कुछ नया करने नहीं दिया
नमित जैन
पिता की विरासत को बढ़ा रहे आगे
लाइन प्रोड्यूसर के लिए मुंबई के लोग इनके भागे
धनतोष डैन
दूरदर्शन के दौर में खूब कमाया
अब आराम के दिन है
बस चाहिए दो दो से चार पैग भाया
फकी धुंधरानी
3 मई से आगे बढ़े तो फिर कब आएंगे
उनके वितरक फिर से नई तारीख का पता बताएंगे
महाराजा भान
हर फिल्म में रुलाता हूं
इस बार भी रुलाने की तैयारी है
खुद की लिखी फिल्म ही करता हूं
कॉपी पेस्ट मेरी नहीं दूसरों की बीमारी है
विलास धोनी
मुंबई से लौटा तो इधर बना हीरो
लेकिन सभी में साबित गया जीरो
जो मिलना है मिल जाएगा
क्योंकि अपना टाइम आएगा
रिग्मा धायधाय
थियेटर से निकली चिंगारी हूं मैं
लगाउंगी आग