गुईयां 2 ट्रेलर रिव्यू : एक्शन ही एक्शन, कितना पसंद करेंगी ग्रामीण महिलाएं?
संन्यास काट रहे अमलेश नागेश की मूवी पर सबकी नजर

सिनेमा 36. छत्तीसगढ़ी फिल्म गुईयां 2 का ट्रेलर रिलीज हो चुका है और फिल्म 2 मई को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है। लगभग तीन मिनट के ट्रेलर में करीब पौन मिनट रोमांस है और बाकी में एक्शन ही एक्शन। यानी पूरी फिल्म की टोन स्पष्ट है, हथौड़े की तरह मारो, प्यार-व्यार बाद में देखेंगे।
लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या छत्तीसगढ़ी दर्शक अब भी एक्शन फिल्मों के लिए तैयार हैं? अब तक के अनुभव बताते हैं कि सीजी इंडस्ट्री में एक्शन जॉनर को वो मुकाम नहीं मिला है जिसकी उम्मीद की जाती है। गुईयां 2 का ट्रेलर जरूर तेज़ और स्टाइलिश है, पर क्या साउथ के पैटर्न पर बनी फिल्म स्थानीय भावनाओं से भी जुड़ पाएगी? माना जाता है जिस तरह संसद का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है ठीक वैसे ही छत्तीसगढ़ी फिल्मों को हिट का तमगा ग्रामीण महिलाओं के दम पर लगता है।
यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि गुईयां का पहला भाग हिट रहा था, जिसे मनीष मानिकपुरी ने निर्देशित किया था और दर्शकों ने उसे भरपूर प्यार दिया था। वहीं गुईयां 2 में निर्देशन खुद अमलेश नागेश ने संभाला है, जो इस बार अभिनेता और निर्देशक दोनों भूमिकाओं में हैं।अक्सर ऐसा दोहरी जिम्मेदारी में या तो निर्देशन कमजोर पड़ता है या अभिनय। ट्रेलर से साफ नहीं होता कि किस पहलू में फिल्म भारी है।
गीत वही, गाना नया लेकिन असर…?
गुईयां के पहले भाग का सुपरहिट गीत ‘काने के बाली म’ आज भी लोगों की ज़ुबान पर है। शायद यही सोचकर इसका नया वर्जन गुईयां 2 में शामिल किया गया है। पर जहां पहले भाग में हेमा शुक्ला की उपस्थिति इस गीत को जीवंत बनाती थी, वहीं इस बार अभिनेत्री दीक्षा जायसवाल हैं, जो नए चेहरों में से हैं। गाना तकनीकी रूप से बेहतर लग सकता है, लेकिन उसमें पहले जैसी चमक नहीं दिखती।
प्रकाश अवस्थी का नया अवतार
फिल्म में प्रकाश अवस्थी ने विलेन की भूमिका निभाई है। वे अब तक हीरो की भूमिका में अधिक नजर आए हैं, इसलिए ये रोल उनके लिए एक प्रयोग है। ट्रेलर में उनकी मौजूदगी दमदार लगती है, पर पूरी फिल्म में उनका प्रभाव कितना गहराता है, ये देखना बाकी है।