‘टूरी के बड़े-बड़े हे’ पर बवाल निर्देशक प्रणव झा भड़के — बोले, बेटियों की इज्जत बेचकर नाम कमाना बंद करो!
किसन सेन के गाने पर सोशल मीडिया में बोले प्रणव झा खुलकर रखी बात

सिनेमा 36. छत्तीसगढ़ी एल्बम इंडस्ट्री में द्विअर्थी गानों का नया नमूना ‘टूरी के बड़े-बड़े हे‘ इस समय विवादों के घेरे में आ गया है। इस गाने पर छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने निर्देशक प्रणव झा ने खुलकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि यह गाना न सिर्फ महिलाओं का अपमान है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक छवि पर भी कालिख पोतने जैसा है।
शर्म आनी चाहिए ऐसे कलाकारों को
सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया में प्रणव झा ने लिखा:
शर्म आनी चाहिए ऐसे कलाकारों और प्रोडक्शन हाउस को जो महिलाओं की इज्जत को सस्ता समझते हैं। नाम कमाने के लिए किसी भी हद तक जाना आपका निजी स्वार्थ हो सकता है, लेकिन उस स्वार्थ के लिए छत्तीसगढ़ की सभी महिलाओं को निशाना बनाना सरासर गलत है।
गाने के अश्लील और द्विअर्थी बोलों को लेकर उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर मनोरंजन के नाम पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और नारी गरिमा की बलि क्यों दी जा रही है?
यूट्यूब से हटाएं, माफी मांगें
प्रणव झा ने यह भी मांग की है कि गाना तुरंत यूट्यूब से हटाया जाए और इसके लिए जनता के सामने सार्वजनिक माफी मांगी जाए।
उन्होंने कहा
सरकारें महिलाओं के सम्मान के लिए योजनाएं चला रही हैं, पर इस तरह के गाने उनके खिलाफ माहौल बना रहे हैं। महिला एवं बाल आयोग को चाहिए कि इस पर संज्ञान लें।
क्या महिला आयोग जागेगा?
‘टूरी के बड़े-बड़े हे’ जैसे गाने मनोरंजन से ज्यादा नारी विरोधी मानसिकता को बढ़ावा दे रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या ऐसे कंटेंट पर रोक लगेगी? क्या महिला आयोग, संस्कृति मंत्रालय और सेंसरिंग एजेंसियां कोई पहल करेंगी?