छत्तीसगढ़ी फिल्मों के डायरेक्टर ने ठग से मांगे मां-बाप
काम में जितने गंभीर उतनी कॉमेडी भी कर लेते हैं
सिनेमा 36. सुनने में अजीब जरूर लगेगा लेकिन बात 100 फीसदी सच है। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के डायरेक्टर आलेख चौधरी ने एक ठग से और कुछ नहीं तो मां-बाप ही मांग लिए। सिनेमा ३६ को मिले ऑडियो के मुताबिक एक महिला ने सिद्धी यंत्र के नाम से आलेख को फोन लगाया। आलेख ने महिला से गंभीरता से बात की। वे बातचीत में इतने गंभीरता दिखाने लगे कि खुद को अनाथ आश्रम का बता दिया। जैसे-जैसे महिला यंत्र को बेचने के लिए बातें करती आलेख कोई न कोई ऐसी बातें कहता जिससे महिला एंगेज रहने लगती। बातचीत में आलेख ने कहा कि मुझे मालिक बहुत परेशान करते हैं। भीख मंगवाते हैं। फिल्म देखने जाने नहीं देते। कुछ भी नहीं करने देते। आप मेरे लिए मां-बाप दिलवा दीजिए। महिला ने कहा कि मैं आपकी भावनाएं समझती हूं। आपकी सभी समस्या हल कर दूंगी लेकिन इसके लिए आपको 501 रुपए की व्यवस्था करनी होगी। आलेख ने अगला पासा फेंकते हुए कहा कि मैं चोरी कर लूंगा मालिक की जेब से। फिर आपको दूंगा।
लोन नहीं देना था तो फोन क्यों करते हो?
इसी तरह एक अन्य घटना में आलेख के पास लोन के लिए फोन आया। आलेख ने उसके भी जमकर मजे लिए। कहने लगे मुझे 3 करोड़ का लोन चाहिए। महिला ने पूछा आप करते क्या हैं? आलेख ने बिना देरी किए जवाब दिया चाय बेचता हूं। इतने लोन का क्या करेंगे, मोदीजी ट्रेन बना रहे हैं वही खरीदूंगा, आलेख ने तपाक से कड़ी से कड़ी जोड़ी। आपने कभी लोन लिया है, महिला ने उत्सुकता से पूछा, जी लोन से साइकिल लिया हूं, आलेख ने बड़े भोलेपन से जवाब दिया। लोन देने वाली ने कहा कि आपको लोन नहीं मिल सकता। आलेख का सवाल था क्यों नहीं मिल सकता। जब मोदीजी चाय बेचकर पीएम बन सकते हैं तो मैं चाय बेचकर ट्रेन क्यों नहीं खरीद सकता। महिला ने झुंझलाते हुए फोन काटना चाहा लेकिन आलेख ने यह कहते हुए बड़ी तेजी से अपनी बात पहुंचाई कि लोन नहीं देना था तो फोन क्यों करते हो।