
सिनेमा 36. इस शुक्रवार रिलीज हुई दीपक साहू स्टारर ‘मैं राजा तैं मोर रानी’ बॉक्स ऑफिस पर धराशाई हो गई। यह घटना न सिर्फ दीपक साहू किए झटके वाली रही बल्कि ट्रेड के लोग भी हैरत में पड़ गए। कहते हैं फिल्म की ओपनिंग में अभिनेता का बड़ा हाथ होता है। तीन दिन उसके भरोसे फिर कंटेंट के आधार पर फिल्म चलती है। जाहिर है कि दीपक साहू ने अभी वह स्तर प्राप्त नहीं किया है कि दर्शक उन्हें देखने टूट पड़े। और न ही दीपक साहू को सुपर स्टार का तमगा मिल सकता है।
ट्रेड के मुताबिक दीपक साहू महंगे सितारे माने जाते हैं। वे एक फिल्म के लिए 10 से 12 लाख रुपए तक चार्ज लेते हैं। हालांकि राजा रानी के लिए उन्होंने लगभग आठ लाख लिया था ऐसी सूचना मिली है। अब ट्रेड में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या वे अब भी उतना ही पारिश्रमिक मांगेंगे जितना मांगते रहे हैं? दीपक धनाढ्य परिवार से आते हैं। यही वजह है कि वे अपनी शर्तों में काम करना पसंद करते हैं।
अब तक वे सतीश जैन की दो फिल्म एमसीबी 2 और एमसीबी 3 में दिखाई दिया हैं। सतीश जैन की फिल्म का हीरो कोई और नहीं खुद सतीश जैन होते हैं। लेकिन ट्रेड में दीपक के अभिनय को खूब सराहा गया। यही वजह है कि उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई। हालांकि दीपक ने ज्यादा पारिश्रमिक को बीच में लाकर लाइन को छोटा भी कर दिया। इस वजह से वे कई फिल्मों में रिप्लेस भी हुए। राजा रानी के रिलीज होने के बाद उन प्रोड्यूसर को जरा भी मलाल नहीं जिन्होंने दीपक को रिप्लेस किया अथवा दीपक ने उन्हें मना किया था।
दीपक की अगली फिल्म नवंबर को आ रही है जिसका नाम है ‘एमए प्रीवियस’। प्रणव झा निर्देशन में बन रही फिल्म से दीपक को कितना फायदा होगा, क्या दीपक ओपनिंग दिला पाएंगे या प्रणव को अपने नाम का फायदा मिलेगा। यह वक्त आने पर ही पता चलेगा, बहरहाल दीपक को अभी संयम से काम लेने की आवश्यकता है।