अमलेश नागेश के खिलाफ एसपी कार्यालय में शिकायत, फिलहाल एफआईआर नहीं
कॉमेडी वीडियो को दिया गया जातीय रंग

रायपुर। छत्तीसगढ़ी फिल्मों और यूट्यूब कॉन्टेंट के चर्चित नाम अमलेश नागेश इन दिनों विवादों में हैं। हाल ही में उनके द्वारा पोस्ट किए गए एक कॉमेडी वीडियो को लेकर एसपी कार्यालय में जातीय भावनाएं आहत करने की शिकायत दर्ज कराई गई है। हालाँकि, अब तक किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
क्या था वीडियो में?
यह वीडियो, जिसे अमलेश का ‘रोस्ट वीडियो’ कहा जा रहा है, हाल ही में प्रोड्यूसर सतीश जैन और मोहित साहू के बीच हुई सोशल मीडिया बहस पर आधारित था। इसमें तंज और व्यंग्य के माध्यम से नोंकझोंक को दर्शाया गया। वीडियो में एक फिल्म का जिक्र करते हुए “शौचालय निर्माण” की बात कही गई, जिसे लेकर कुछ लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत होने और जातीय टिप्पणी की आशंका जताई है।
शिकायत में क्या कहा गया?
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि अमलेश नागेश ने वीडियो में जातिगत संकेत दिए और इससे एक विशेष समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। यह भी कहा गया कि उनका वीडियो सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं के विरुद्ध था।
जातीय एंगल पर उठ रहे सवाल
कई दर्शक और कलाकार समुदाय के लोग इसे अनावश्यक रूप से विवादास्पद बनाए जाने की बात कह रहे हैं। उनका मानना है कि यह मामला केवल कॉन्टेंट की सीमाओं तक सीमित होना चाहिए, न कि जातिगत विमर्श में उलझाया जाना चाहिए।
अब आगे क्या?
फिलहाल पुलिस द्वारा इस शिकायत पर कोई औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। जांच के बाद ही यह तय किया जाएगा कि मामला आईटी एक्ट या अन्य धाराओं के अंतर्गत आता है या नहीं।
सोशल मीडिया विवाद से शुरू हुआ मामला
– सतीश जैन और मोहित साहू के बीच फेसबुक पर तीखी बहस
– अमलेश ने उसी पर आधारित नोंकझोंक वीडियो तैयार किया
– फिल्म के नाम और डायलॉग को लेकर ‘डोली लेके आजा’ टीम ने आपत्ति जताई
– अमलेश ने वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया, फिर भी मानी गई सांकेतिक टिप्पणी