‘खटिया में आना…’ पर मचे विवाद के बाद बोले सतीश जैन, गाने की जिम्मेदारी मेरी, अलका चंद्राकर को ट्रोल करना गलत

सिनेमा 36. छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों एक बार फिर अश्लीलता को लेकर विवादों में है। शुरुआत किशन सेन के एक गाने से हुई, लेकिन अब निशाने पर पुराने गीत भी आ गए हैं। इसी कड़ी में चर्चित फिल्म ‘मया’ का गीत ‘खटिया में आना..’ भी सोशल मीडिया पर आलोचना का केंद्र बना। यह गाना चर्चित गायिका अलका चंद्राकर ने गाया था। हाल ही में एक यूट्यूब चैनल पर अलका ने इस गीत के लिए माफी मांगते हुए कहा कि निर्देशक सतीश जैन और संगीतकार सुनील सोनी ने उन्हें गुमराह कर गवा दिया।
अब निर्देशक सतीश जैन ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने स्पष्ट कहा, अलका चंद्राकर कह रही हैं कि हमने दबाव बनाकर गाना गवाया, लेकिन वो उस समय बच्ची नहीं थीं। उन्हें गीत बताया गया था और उन्होंने खुशी-खुशी गाया। अगर आज लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं तो यह नाइंसाफी है।
उन्होंने कहा, यह गाना फिल्म की कहानी की जरूरत के मुताबिक था। जब गीतकार ने मुझे गीत सुनाया, तो मुझे उसमें कोई अश्लीलता नजर नहीं आई। यह एक मस्तीभरा गाना था। फिल्म के रिलीज के वक्त महिलाओं ने भी इसे देखा और सराहा। सिनेमाघरों में महिलाओं की भीड़ तक लगती थी। कभी किसी महिला ने उस दौर में इस गाने को लेकर आपत्ति नहीं की।
सतीश जैन ने आगे कहा, अगर आज कुछ लोग इसे गलत मानते हैं, तो बतौर निर्देशक मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। इसमें सिंगर अलका चंद्राकर, संगीतकार सुनील सोनी, अभिनेता अनुज शर्मा और अभिनेत्री रीमा की कोई गलती नहीं है। निर्देशक जो कहता है, उसी के मुताबिक कलाकार और तकनीकी टीम काम करते हैं। अगर किसी को आज भी लगता है कि यह गाना आपत्तिजनक है, तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं।